' दीपक ' को दिवाली पर मिला जीत का 'आशीष'
डॉ. अनवर खान, मुख्य संपादक, एमके न्यूज
देवास, खातेगांव-कन्नौद। आज दिवाली के दिन रविवार को कांग्रेस के प्रत्याशी दीपक जोशी ने विधानसभा क्षेत्रों के गांवों में पैदल घूमकर प्रचार-प्रसार किया। इस दौरान उन्हें किसानों एवं ग्रामीणों का जमकर समर्थन और आशिर्वाद मिला है। कई गांवों में ग्रामीणों ने कहा कि आज दिपावाली का दिन है हम आपकों ’आशीष’ यानि आशिर्वाद दे रहे है कि आप जीत जाओंगे। आशिर्वाद का ये कथन किसी एक व्यक्ति ने नहीं बल्कि गांवों के हजारों बुजुर्गों महिला-पुरूष एवं नौजवानों ने दिल से कहा है। इतना ही नहीं सभी ने उन्हें वोट देने का वादा भी किया है। भारी जन समर्थन से यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि इस बार जोशी इस क्षेत्र से बाजी मार जाएंगे। दूसरी ओर भाजपा की ओर से पिछले दो बार के विधायक रह चुके आशीष शर्मा भी दमदारी के साथ मैदान में डटे हुए है और विकास के नाम पर जनता से एक बार फिर विजयी बनाने की अपील कर रहे है।
नाराज कांग्रेसी भी अब आ चुके दीपक के समर्थन में
क्षेत्र के जिन कांग्रेसी नेताओं को कांग्रेस से टिकिट नहीं मिला था वे दीपक की उम्मीदवारी से काफी नाराज दिखे थे। इन सभी लोगों ने एक साथ मिलकर दीपक जोशी का प्रारंभ में विरोध किया था मगर वर्तमान में सभी नाराज कांग्रेसी एक ही छत के नीचे आ चुके और दीपक जोशी का भरपूर समर्थन दे रहे है। उनके कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रहे है, इनता नहीं नहीं, गुरिल्ला राजनीतिक रणनीति बनाकर जोशी को जीताने का जतन भी कर रहे है।
35 से अधिक गांवों में नर्मदा का जल सिंचाई से वंचित का मामला
ध्यान रहे कि दीपक जोशी इस क्षेत्र में जो विकास नहीं हुए है, ऐसे तमाम मुद्दों को वजनदारी के साथ प्रचार-प्रसार के दौरान जनता के बीच में बता रहे है। इसमें सहकारिता सोसायटियों का घोटाला हो या फिर कन्नौद-खातेगांव विधानसभा क्षेत्र में 35 से अधिक गांवों में नर्मदा का जल सिंचाई से वंचित का मामला। लोगों को सामने उठा रहे हैं। आपको ध्यान होगा कि नर्मदा से 50-60 किलोमीटर के दायरे में आने वाले गांवों की खेती में सिंचाई का पानी नहर के माध्यम से नहीं मिल रहा है। जबकि इन गांवों के खेतों से नहर होकर सीहोर, आष्ट, इछावर, उज्जैन, देवास सहित अन्य जिलों एवं तहसीलों में सप्लाई के लिए जा रही है, या फिर सप्लाई की तैयारी में है। मगर जिन खेतों से पाइप लाइन जा रही है उन खेतों की फसले और गांव इससे वंचित है।
जघन्य हत्याकांड को दमदारी के साथ लोगों को बता रहे
इसके अलावा दीपक जोशी अपने प्रचार में हर जगह नेमावर आदिवासी परिवार की जघन्य हत्याकांड को दमदारी के साथ लोगों को बता रहे है। वे इस हत्याकांड को भाजपा के विरोध में भुनाने का भरपूर प्रयास कर रहे है। अब देखना ये है कि 17 नवंबर के मतदान के बाद 3 दिसंबर को राजनीति का यह ऊंट किस करवट बैठता है।
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