किसानों के साथ यह कैसा बर्ताव ?
पीएस राजपूत
हरदा । प्रदेश में सरकार संवेदनशील है इसका नमूना जिले में मूंग खरीदी के मामले में सामने आई है। मूंग खरीदी के आदेश का जुलाई को जारी होने के बाद किसानों को पंजीयन जुलाई के अंतिम सप्ताह तक कराना था। इसी बीच आठ अगस्त को प्रदेश के कृषि मंत्री ने हरदा मंडी में मूंग खरीदी केंद्र आरंभ किया। इसी प्रकार निर्धारित अनेक मूंग खरीदी केन्द्रों पर भी यही प्रक्रिया अपनाई जाकर किसानों को आकर्षित किया गया है।
मूंग खरीदी की व्यवस्था में किसानों को मोबाइल पर मूंग बेचने की अभी तक सूचना जारी करने प्रक्रिया आरंभ न होने से किसान असमंजस में है। इसी बात को लेकर जिले की किसान यूनियन ने अनुविभागीय अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर शीघ्र खरीदी आरंभ करने की मांग की है।
जि्ले में ३७ केंद्र निशिचत किए है जिनमें से मात्र उन्नीस केंद्रों पर पचास किसानों से लगभग छत्तीस मीट्रिक टन मूंग खरीदा गया है। चूंकि अब ४२ दिन में एक लाख इककावन हजार मीटरिक टन मूंग खरीदा जाना है। इस प्रकार सरकारी खरीदी में ढीलापन होने से लक्ष्य को पाना मुश्किल लगता है। जिले में १.३८ लाख हेक्टेयर में मूंग का उत्पादन किया है। जिले के ४९१ गांवों के ३९०५७ किसानों ने मूंग बेचने हेतु पंजीयन कराया है। मूंग खरीदी ३० सितंबर तक की जाना है।
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