रिमझिम-झमाझम बारिश से खरीफ फसल बर्बाद
डॉ. अनवर खान एवं आरिफ कुरैशी ग्राउंड रिपोर्ट पढे़...हरणगांव । क्षेत्र में बारिश के तीन महीने अल्प वर्षा में बीत जाने के बाद भादो की बरसात ने खेतों की प्यास बुझाई। गत दिनों क्षेत्र में कभी रिमझिम तो कभी झमाझम बारिश से किसानों में रबी फसल के लिए आस जग रही है । दूसरी ओर सोयाबीन, मक्का, मूंग, उडद की फसल पककर लगभग 15 दिन पूर्व ही तैयार हो चुकी थी लेकिन बारिश नहीं थमने से किसान फसलों को काट नहीं पाए थे ।
ग्राम पलासी, हरणगांव,करोंद, सुलगांव,सिरालिया, के कई खेतों में सोयाबीन के दाने फलियों में ही अंकुरित होने लगे है। किसान शिवप्रसाद जोशी ने बताया कि मैंने इस सीजन में सोयाबीन के साथ ही दो एकड़ जमीन में मूंग की फसल भी लगाई थी जो लगभग 15 से 20 दिन पूर्व पक कर तैयार हो चुकी थी लेकिन तब से ही कभी रिमझिम तो कभी तेज बारिश की वजह से उसे हम काट नहीं पाए थे इस वजह से वह अब खेत में ही खराब हो रही है। किसान रमेशचंद्र गुर्जर, इस्माइल खा मंसूरी, कैलाश जोशी, गजानंद टाटू करोंद, नर्मदाप्रसाद पटेल, लक्ष्मीनारायण मीणा जुनापानी आदि ने बताया कि सोयाबीन, मक्का की फसल इन दिनों पककर तैयार है जल्दी ही बारिश नहीं रुकी दो फसलों को काफी नुकसान हो सकता है, लेकिन भादो में हो रही झमाझम बारिश से जल स्तर बढ़ेगा और यह रबी फसलों में सिंचाई के लिये लाभदायक रहेगा।
ग्राम पलासी के भारतीय किसान संघ के तहसील अध्यक्ष प्रेम गवली, मंशाराम गवली, मुकेश यादव, हरिओम डमाल्या ने बताया कि हमारे गांव में सोयाबीन की फसल 10 से 12 दिन पूर्व ही पक कर तैयार हो चुकी थी लेकिन तब से ही बारिश बंद नहीं होने के कारण अब कई खेतों में सोयाबीन की फलियों में दाने अंकुरित होने लगे हैं। सोयाबीन की उम्र लगभग 3 महीने की होती है लेकिन अब 3 महीने से अधिक समय होने के कारण ओर लगातार बारिश होने के कारण सोयाबीन के दाने फलियों में ही अंकुरित हो रहे है।
ग्राम सुलगांव के किसान पं. गिरिधर पाराशर ,बल्लू धुर्वे, संतोष तिवारी, राजना प्रजापत, संतोष सरैया, आशीष खंडेलवाल, मधुसूदन सरैया, कुलदीप दुबे, घनश्याम सरैया, भगवत मेंहर ने बताया कि इस सीजन में बोवनी का कार्य जून महीने के दूसरे सप्ताह में हो गया था। सोयाबीन, मक्का की फसलें पक कर तैयार हो गई है अगर जल्दी ही बारिश नही रुकी तो इन फसलों को काफी नुकसान होने की संभावना है ।लेकिन भादो में हो रही बारिश से मूंग ओर उड़द की फसल को भारी नुकसान है क्योंकि कई खेतों में मूंग और उड़द की फसल कटी हुई पड़ी है और ऊपर सेे पानी गिर रहा है ऐसे में फसल पूरी तरह नष्ट हो जाएगी, हालांकि भादो में हो रही झमाझम बारिश से आगामी रबी सीजन की फसलोंं को काफी फायदा मिलेगा। ग्राम लिंगापानी के किसान गौरीशंकर गुर्जर, भगवासिंह गुर्जर, गोपाल गुर्जर, गणेशराम गुर्जर ने बताया की मूंग और उड़द की फसल 8 से 10 दिन पूर्व ही पक कर तैयार हो चुकी थी लेकिन तब से ही बारिश बंद नहीं होनेेे के कारण मूंग और उड़द की फसल हमारे यहां पूरी तरह नष्ट हो चुकी है। भादो महीने में हो रही बारिश से अब हमको रबी फसलोंं पर ही आस है।
No comments