खेतों और वन्य प्राणियों की प्यास बुझाएगे जामनेर नदी के डैम
ग्राम पंचायत बंडी के ग्राम करोंद खुर्द-करोंद बुजुर्ग में जामनेर नदी पर मनरेगा योजनांतर्गत जल संरक्षण और जल संवर्धन हेतु 1स्टापडेम और 1 चेकडेम का निर्माण कार्य 3 किमी के अंतर से करवाया गया,जिससे 500 से अधिक किसानों को सिंचाई हेतु पानी व वन्य जीवों को पेयजल की सुविधा मिलेगी। ग्रामीणों द्वारा विगत कई वर्षों से जामनेर नदी पर पानी रोकने हेतु डेम निर्माण हेतु लंबे समय से मांग की जा रही थी।
पानी की क्षमता 2 किलोमीटर से अधिक
ग्राम करोंद खुर्द व करोंद बुजुर्ग में पेयजल ओर सिंचाई संकट ऐक बढ़ी समस्या थी,जब तक जामनेर नदी में पानी का भराव रहता था,तब कुँए व ट्यूबेल चल पाते थे,उसके पश्चात पेयजल व सिंचाई का संकट खड़ा हो जाता था,साथ ही वन्य जीव भी इसी नदी पेयजल हेतु आश्रित थे, इस स्टापडेम के निर्माण से बहुत हद तक इस संकट का निवारण होगा।
प्राकृतिक सौदर्य भी बना रहेगा
जामनेर नदी माँ नर्मदा की मुख्य सहायक नदी हैं, जिसका ऐतिहासिक महत्व भी हैं। इस स्टापडेम व चेकडेम के निर्माण से ग्रामीणों में उल्लास का माहौल हैं।
ग्रामीणों ने विधायक आशीष शर्मा का माना आभार
ग्राम के भागीरथ पटेल, मधुसुदन पटेल,अमरसिंह मीणा, जितेंद्र बिंजवा,रामसिंह मीणा, हरिप्रसाद डोड, माखनसिंह टाटू,सुरेशचंद्र माली,रामनारायण प्रजापति,बहीद खान,आदि ने विधायक आशीषजी शर्मा,सीईओ टीना पंवार, सरपंच मंजुबाई मीणा सचिव संतोष टाटू इंजीनियर अलकेश यदुवंशी का आभार व्यक्त किया। उक्त जानकारी सरपंच प्रतिनिधि ललित कुमार मीणा ने प्रदान की।
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