हरित ऊर्जा कॉन्क्लेव 2025: गैर-पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों में निवेश को मप्र तैयार—नए प्रोत्साहनों से उद्योगों को मिलेगा बड़ा मौका
एमके, न्यूज़
भोपाल, (2 दिसंबर)—राजधानी भोपाल में आज सम्पन्न *हरित ऊर्जा कॉन्क्लेव 2025* में मध्य प्रदेश सरकार ने संदेश दिया कि राज्य गैर-पारंपरिक एवं हरित ऊर्जा क्षेत्र में बड़े पैमाने पर निवेश को आकर्षित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। कार्यक्रम में मुख्य वक्तव्य देते हुए *ऊर्जा विभाग, मध्यप्रदेश शासन के वित्तीय सलाहकार श्री रणजीत सिंह चौहान* ने कहा कि “मध्य प्रदेश निवेशकों को हर संभव सहयोग देने के लिए तैयार है। शासन द्वारा लाई गई नई नीतियाँ इस सेक्टर में व्यापक प्रोत्साहन प्रदान करेंगी और हरित ऊर्जा के विस्तार में मील का पत्थर सिद्ध होंगी।”
इस महत्वपूर्ण कॉन्क्लेव में मध्य प्रदेश शासन के वरिष्ठ अधिकारी, इंडस्ट्री विभाग, उद्योग जगत के प्रतिनिधियों और अन्य प्रमुख स्टेकहोल्डर्स ने सक्रिय भागीदारी की। विभिन्न विशेषज्ञ वक्ताओं ने तेजी से बदलते ऊर्जा परिदृश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आने वाले वर्षों में हरित एवं नवीकरणीय ऊर्जा का उपयोग ऊर्जा सुरक्षा, आर्थिक विकास और पर्यावरण संरक्षण के लिए अत्यंत जरूरी है।
वक्ताओं ने राज्य सरकार द्वारा जारी नीतियों—विशेषकर गैर-पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों जैसे सौर, पवन, बायो-एनर्जी, ग्रीन हाइड्रोजन आदि से संबंधित प्रोत्साहन—का अधिक से अधिक लाभ उठाने का आग्रह किया। उन्होंने यह भी बताया कि उद्योगों और स्टार्टअप्स के लिए नीति-आधारित सपोर्ट, तेज़ प्रक्रिया और अनुकूल पर्यावरण तैयार किया जा रहा है।
कार्यक्रम के मॉडरेटर -अतुल ठाकुर एवं अन्य वक्ताओं ने भी हरित ऊर्जा को भविष्य का आधार बताते हुए राज्य के प्रयासों और उद्योग जगत के अवसरों पर अपने महत्वपूर्ण विचार साझा किए।
कॉन्क्लेव का समापन इस संकल्प के साथ हुआ कि मध्य प्रदेश हरित ऊर्जा के क्षेत्र में देश के अग्रणी राज्यों में स्थान बनाने हेतु उद्योग, विशेषज्ञ एवं शासन के बीच समन्वय को और मजबूत करेगा।


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