सुषमा सिंह, माननीय सदस्य, शासन निकाय, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के प्रमुख उपस्थिति में भा.कृ.अनु.प.-केन्द्रीय कृषि अभियांत्रिकी संस्थान, भोपाल में तीन दिवसीय प्रशिक्षण एवं कृषि उपकरणों के वितरण कार्यक्रम का सफल समापन एवं संस्थान के विभिन्न प्रभागो का भ्रमण
एमके न्यूज
भोपाल. सुषमा सिंह, माननीय सदस्य, शासन निकाय, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के प्रमुख उपस्थिति में भा.कृ.अनु.प.-केन्द्रीय कृषि अभियांत्रिकी संस्थान, भोपाल में तीन दिवसीय प्रशिक्षण एवं कृषि उपकरणों के वितरण कार्यक्रम का सफल समापन एवं संस्थान के विभिन्न प्रभागो का भ्रमण
भा.कृ.अनु.प.-केन्द्रीय कृषि अभियांत्रिकी संस्थान, भोपाल में 23 से 25 सितम्बर, 2024 के बीच ग्रामीण लाभार्थियों के लिए तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का सफल आयोजन किया। यह कार्यक्रम एस.सी.एस.पी. के अंतर्गत उच्च उत्पादकता और उद्यमिता विकास के लिए उन्नत कृषि अभियांत्रिकी तकनीक पर केंद्रित था। इसका उद्देश्य अनुसूचित जाति के जरूरतमंद किसानों को कृषि अभियांत्रिकी और खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में क्षमता निर्माण करना, प्रत्यक्ष लाभ पहुंचाना और जागरूकता बढ़ाना था। इस कार्यक्रम में भोपाल जिले के चंदेरी और अगरिया गांवों के लाभार्थी शामिल थे।
प्रशिक्षण के दौरान, प्रतिभागियों को कृषि अभियांत्रिकी के विभिन्न क्षेत्रों, जैसे कृषि यंत्रों एवं उनके रखरखाव, कृषि उत्पाद प्रसंस्करण, कृषि ऊर्जा, सूक्ष्म सिंचाई एवं जल के महत्त्व पर प्रशिक्षण दिया गया।
तीन दिवसीय कार्यक्रम का समापन 25 सितम्बर, 2024 को हुआ। समापन समारोह की मुख्य अतिथि महोदया सुषमा सिंह, माननीय सदस्य, शासन निकाय, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली थीं। प्रभारी निदेशक डॉ. एस मंगराज ने कार्यक्रम का स्वागत भाषण दिया। संस्थान द्वारा विकसित हस्तचालित उपकरण जैसे ट्विन व्हील हो (Twin wheel hoe) और मक्का शेलर (maize sheller) का वितरण सभी प्रतिभागियों में किया गया, जिससे लगभग 93 ग्रामीणों को सीधा लाभ हुआ। महोदया सुषमा सिंह ने किसानों/ ग्रामीणों को प्रशिक्षण में सक्रिय भागीदारी करने और इस अवसर का भरपूर लाभ उठाने पर बधाई दी। मुख्य अतिथि सुषमा सिंह ने इस योजना के लाभों पर संतुष्टि व्यक्त की और भविष्य में इस योजना का लाभ ज्यादा से ज्यादा किसानो तक ले जाने का आग्रह किया। उन्होंने किसानों को उन्नत तकनीकों का उपयोग करके आय दोगुनी करने के लिए भी प्रोत्साहित किया। साथ ही इस उपयोजना के अध्यक्ष डॉ. एस मंगराज, एवं अन्य वैज्ञानिक जैसे डॉ. एम के त्रिपाठी, डॉ. सी एस सहाय, डॉ. राहुल पोतदार, डॉ. दिलीप पवार और डॉ. मुकेश कुमार एवं योजना से जुड़े अन्य स्टाफ उपस्थित थे। डॉ. एस मंगराज ने अपने उद्बोधन में कहा कि यह प्रशिक्षण किसानों को उन्नत कृषि तकनीक और उद्यमिता के अवसरों से जोड़ने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है, जो किसानों की आय और उत्पादकता में वृद्धि करने में सहायक होगा और भविष्य में भी ऐसे प्रयास जारी रहेंगे।
महोदया सुषमा सिंह, माननीय सदस्य, शासन निकाय, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने २५ सितम्बर को केन्द्रीय कृषि अभियांत्रिकी संस्थान भोपाल के विभिन्न प्रभागो का भ्रमण किया एवं प्रभागों द्वारा विकसित किए गए विभिन्न उपकरणों का प्रदर्शन किया गया। इस दौरे का संचालन प्रभारी निदेशक डॉ. एस. मंगराज ने किया। भ्रमण के दौरान उन्होंने कृषि यंत्रीकरण प्रभाग मे ड्रोन संबंधित प्रयोगशाला, रोबाटिक प्रयोगशाला, कपास कटाई मशीन आदि तकनीक देखीं।
उसके बाद सिंचाई एवं जल- निकास अभियांत्रिकी प्रभाग द्वारा विकसित आई.ओ. टी. तकनीक से लैस डिजिटल फ्लूम एवं सौर ऊर्जा आधारित फ्लोटिंग पम्प आदि तकनीक देखे। आगे उन्होंने अपने भ्रमण मे कृषि-उत्पाद प्रसंस्करण प्रभाग द्वारा विकसित विविध तकनीक जैसे फ्रूट ग्रेडर्स, रसायन मुक्त किशमिश प्रसंस्करण, कटहल प्रसंस्करण मशीनरी, अनाज प्रबंधन और कीटाणुशोधन प्रणाली, सोया दूध और पनीर प्रसंस्करण संयंत्र, श्रीअन्न पर उत्कृष्टता का वैश्विक केंद्र मे उपलब्ध विभिन्न उपकरण एवं पदार्थ की जानकारी ली। साथ ही संस्थान द्वारा विकसित पानी और दूध के लिए विकसित बायोडिग्रेडेबल फिल्म की भी जानकारी ली। संस्थान के शेष प्रभागों का भ्रमण अगले दिन के लिए निर्धारित है।
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