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    अनुसूचित जाति उपयोजना के अंतर्गत केन्द्रीय कृषि अभियांत्रिकी संस्थान, भोपाल में तीन दिवसीय प्रशिक्षण एवं कृषि उपकरणों के वितरण कार्यक्रम का सफल आयोजन

     


    अनुसूचित जाति उपयोजना के अंतर्गत केन्द्रीय कृषि अभियांत्रिकी संस्थान, भोपाल में तीन दिवसीय प्रशिक्षण एवं कृषि उपकरणों के वितरण कार्यक्रम का सफल आयोजन.

    भोपाल. भा.कृ.अनु..-केन्द्रीय कृषि अभियांत्रिकी संस्थान, भोपाल में 18 से 20 सितम्बर, 2024 के बीच अनुसूचित जाति के ग्रामीण लाभार्थियों के लिए तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का सफल आयोजन किया। यह कार्यक्रम अनुसूचित जाति उपयोजना (एससीएसपी) के अंतर्गत उच्च उत्पादकता और उद्यमिता विकास के लिए उन्नत कृषि अभियांत्रिकी तकनीक पर केंद्रित था। इसका उद्देश्य अनुसूचित जाति के जरूरतमंद किसानों को कृषि अभियांत्रिकी और खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में क्षमता निर्माण करना, प्रत्यक्ष लाभ पहुंचाना और जागरूकता बढ़ाना था। इस कार्यक्रम में भोपाल जिले के कला-खेड़ी, परवलिया सड़क और भीषण खेड़ी गांवों के लाभार्थी शामिल थे।

    प्रशिक्षण के दौरान, प्रतिभागियों को कृषि अभियांत्रिकी के विभिन्न क्षेत्रों, जैसे कृषि यंत्रों एवं उनके रखरखाव, कृषि उत्पाद प्रसंस्करण, कृषि ऊर्जा, सूक्ष्म सिंचाई एवं जल के महत्त्व पर प्रशिक्षण दिया गया। उपयोजना के अध्यक्ष डॉ। एस । मंगराज ने लाभार्थियों को  उपयोजना की एवं खाद्य प्रसंस्करण के कई तकनीक की जानकारी दी। 

    प्रशिक्षण के आखिरी दिन, 20 सितम्बर 2024 को, संस्थान द्वारा विकसित हस्तचालित उपकरण जैसे ट्विन व्हील हो (Twin wheel hoe) और मक्का शेलर (maize sheller) का वितरण सभी प्रतिभागियों में किया गया, जिससे लगभग 98 ग्रामीणों को सीधा लाभ हुआ।

    तीन दिवसीय कार्यक्रम का समापन 20 सितम्बर, 2024 को हुआ। समापन समारोह में इस उपयोजना के सह-अध्यक्ष डॉ. राहुल पोतदार एवं अन्य वैज्ञानिक जैसे डॉ. दिलीप पवार, डॉ. मुकेश कुमार और डॉ. गोपाल कारपेंटर एवं योजना से जुड़े अन्य स्टाफ उपस्थित थे। कार्यक्रम में परवलिया सड़क गांव के प्रगतिशील किसान श्री मनोहर पाटीदार जी उपस्थित थे जिन्होंने किसानों/ ग्रामीणों को प्रशिक्षण में सक्रिय भागीदारी करने और इस अवसर का भरपूर लाभ उठाने पर बधाई दी एवं संस्थान का आभार प्रकट किया। प्रतिभागियों ने भी इस योजना के लाभों पर संतुष्टि व्यक्त की और भविष्य में भी संस्थान से जुड़े रहने का आश्वासन दिया। अंत में, सभी प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र वितरित किए गए।

    यह प्रशिक्षण किसानों को उन्नत कृषि तकनीक और उद्यमिता के अवसरों से जोड़ने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है, जो किसानों की आय और उत्पादकता में वृद्धि करने में सहायक होगा।


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