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    मानू महाविद्यालय में दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार के आयोजन में नई शिक्षा नीति 2020 पर 116 शोधार्थियों ने प्रस्तुत किए रिसर्च पेपर, सेमिनार का समापन


    डॉ अनवर खान, एमके न्यूज

    भोपाल। मौलाना आजाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय से संबंधित शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय, भोपाल में दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमे देश के विभिन्न भागों एवं संस्थाओं से जुड़े अनेक विद्वानों, शिक्षाविदों एवं शोधार्थियों ने भाग लिया। संगोष्ठी एक नवीन एवं अत्यंत प्रासंगिक विषय "नई शिक्षा नीति 2020: थिंक ग्लोबल एंड एक्ट लोकल" पर आधारित थी। 22 नवंबर 2023 को संगोष्ठी का शुभारंभ पवित्र पुस्तक कुरान के पाठ से संपन्न हुआ। इसके बाद महाविद्यालय में एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत डॉ. तलमीज़ फातिमा नकवी ने कार्यक्रम में सम्मिलित सभी अतिथियों का संक्षिप्त परिचय प्रदान किया। 

    सभी अतिथियों का स्वागत पुष्प भेंट करके किया गया। इसके बाद महाविद्यालय के प्रधानाचार्य प्रोफेसर नौशाद हुसैन ने सभा को संबोधित करते हुए संगोष्ठी के विषय "नई शिक्षा नीति 2020 : थिंक ग्लोबल एंड एक्ट लोकल" की प्रासंगिकता पर अत्यंत सजीवता एवं मार्मिकता के साथ प्रकाश डाला। प्रधानाचार्य प्रोफेसर नौशाद हुसैन ने अपने वक्तव्य में कहा कि जहां समय के साथ हर एक क्षेत्र में बहुत तेज़ी के साथ बदलाव आ रहे हैं  वहीं शिक्षा का क्षेत्र भी इससे अछूता नहीं है। शिक्षकों का यह दायित्व है कि देश विदेश में घटित होने वाले इन परिवर्तनों से न केवल खुद को अवगत कराएं बल्कि उनको शिक्षा के क्षेत्र में लागू भी करें परंतु यहां इस बात का ध्यान रखना भी अत्यंत आवश्यक है कि हमको अपने देश, क्षेत्र एवं समाज की जरूरतों को दृष्टि में रखकर ही कार्य करने चाहिए तभी देश एवं समाज का वास्तविक विकास संभव है। 

    इसके बाद विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार प्रोफेसर इश्तियाक अहमद, विश्वविद्यालय के शिक्षा विभाग की अध्यक्ष प्रोफेसर शाहीन अल्ताफ शेख, शिक्षा विभाग के पूर्व डीन प्रोफेसर सिद्दीकी मोहम्मद महमूद तथा शिक्षा विभाग की वर्तमान डीन प्रोफेसर वंजाना एम. ने ऑनलाइन संबोधन के माध्यम से संगोष्ठी के विषय की वर्तमान समय में उपयोगिता एवं प्रासंगिकता पर विस्तार से चर्चा की और नई शिक्षा नीति 2020 और शिक्षक शिक्षा से संबंधित अपने अपने बहुमूल्य विचार प्रस्तुत किए। सभी वक्ताओं ने संगोष्ठी के आयोजन के लिए मानू सीटीई. भोपाल की संपूर्ण टीम को बधाई दी। 

    संगोष्ठी में विशिष्ट अथितियों के रूप में क्षेत्रीय शिक्षा संस्थान, भोपाल के प्रोफेसर रमेश बाबू, मानू सीटीई. बीदर के प्रधानाचार्य प्रोफेसर सदाकत अली खान, मानू सीटीई. औरंगाबाद की प्रधानाचार्य डॉ. खान शाहनाज बानो, मानू सीटीई. श्रीनगर के प्रधानाचार्य डॉ. बिलाल रफीक शाह, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के शिक्षा विभाग में प्रोफेसर पद पर कार्यरत प्रोफेसर साजिद जमाल तथा मानू सीटीई.,भोपाल के दूरस्थ शिक्षा विभाग के रीजनल डायरेक्टर डॉ. मोहम्मद एहसन आदि कार्यक्रम में उपस्थित रहे। कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए क्षेत्रीय शिक्षा संस्थान, भोपाल में प्रोफेसर पद पर कार्यरत तथा संगोष्ठी में मुख्य अथिति के रूप में उपस्थित प्रोफेसर रमेश बाबू ने सभा को संबोधित किया और अपने अद्भुत वक्तव्य से सभागार में उपस्थित सभी श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।


    उन्होंने शिक्षा से जुड़े अनेक महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की और नई शिक्षा नीति 2020 में निहित शिक्षक शिक्षा से संबंधित अनेक प्रावधानों पर आलोचनात्मक दृष्टिकोण प्रस्तुत किया। इस दौरान मंच का सफल संचालन मानू सीटीई. की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ० जीना केजी मैडम ने किया। संगोष्ठी के प्रथम दिन के प्लेनरी सत्र के दौरान विभिन्न विद्वानों एवं शिक्षाविदों ने अपने विचार प्रस्तुत किए। मानू सीटीई., दरभंगा के प्रधानाचार्य प्रोफेसर मोहम्मद फैज़ अहमद, डॉक्टर शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय में एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. कौशल शर्मा, जामिया मिल्लिया इस्लामिया में एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. समीर बाबू तथा मानू दूरस्थ शिक्षा विभाग में प्रोफेसर पद पर कार्यरत प्रो. मुश्ताक अहमद पटेल ने ऑनलाइन संबोधन के माध्यम से संगोष्ठी से संबंधित अपने विचार प्रस्तुत किए। 

    संगोष्ठी में सम्मिलित होने आए मुख्य अथितियों में मानू सीटीई० बीदर के प्रधानाचार्य प्रोफेसर सदाकत अली खान, मानू सीटीई० औरंगाबाद की प्रधानाचार्य डॉ. खान शाहनाज बानो, मानू सीटीई. श्रीनगर के प्रधानाचार्य डॉ. बिलाल रफीक शाह तथा एएमयू के शिक्षा विभाग में प्रोफेसर पद पर कार्यरत प्रो. साजिद जमाल ने भी संगोष्ठी में सभा को सम्बोधित किया और नई शिक्षा नीति 2020 तथा शिक्षक शिक्षा से जुड़े अनेक अहम मुद्दों पर चर्चा की। अंत में डॉ. ज़की मुमताज़ ने सभी सभा में मौजूद सभी श्रोतागणों का आभार व्यक्त किया। अंत में राष्ट्रगान के साथ संगोष्ठी के प्रथम दिन का समापन हुआ। 

    संगोष्ठी के दूसरे दिन 23 नवंबर 2023 को मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित प्रोफेसर साजिद जमाल और दूरस्थ शिक्षा विभाग के रीजनल डायरेक्टर डॉ० मोहम्मद एहसन ने संगोष्ठी में पढ़े गए आलेखों पर विस्तारपूर्वक चर्चा की। इस दो दिवसीय संगोष्ठी में ऑनलाइन और ऑफलाइन मोड से लगभग सौ से अधिक अत्यंत गुणवत्तापूर्ण शोधपत्र पढ़े गए। 

    कॉलेज में उपस्थित होकर पेपर प्रस्तुत करने वाले अनेक प्रतिभागियों को कॉलेज के प्रधानाचार्य प्रोफेसर नौशाद हुसैन ने प्रमाणपत्र देकर सम्मानित भी किया गया और शोधपत्रों से प्राप्त अनेक महत्वपूर्ण निष्कर्षों पर प्रकाश भी डाला। 


    संगोष्ठी के अंत में बीएड के विद्यार्थियों ने एक मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति भी की और सभी को भाव-विभोर किया। दूसरे दिन भी संगोष्ठी का समापन राष्ट्रगान के साथ किया गया।

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