प्रदेश में फैले पशु रोग में अब शासन भी सक्रिय
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डॉ अनवर खान, पी एस राजपूत
भोपाल।एमके न्यूज। प्रदेश में पशुधन में फैले रोग में प्रशासन के साथ शासन भी सक्रिय हो गया है। प्रदेश के आधे क्षेत्र में पशुओं में लम्पि सिकन रोग की व्यापकता भांपते हुए अपर मुख्य सचिव श्री जे एस कंसोटिया द्वारा २३ सितंबर को सभी जिला कलेक्टरों पत्र भेजा है जिसमें यह बताया गया कि निर्धारित प्रोटोकाल के अनुसार पशुपालन विभाग द्वारा बीमारी की रोकथाम के लिए इलाज और टीकाकरण किया जा रहा है। प्रदेश में रोग को फैलने से रोकने के लिए अधिक प्रयासों की जरुरत है। इसके लिए उन्होनें सभी जिला कलेक्टर और संचालक पशुपालन को निर्देश दिया कि रोग उदभेद के पांच किलोमीटर परिधि में आने वाले ग्रामों के पशुओं में शत प्रतिशत टीकाकरण हो। यह देखा जाय कि यह टीकाकरण विकासखंड में कुल पशु संख्या का बीस प्रतिशत हो। इसके अलावा शासकीय प्रक्षेत्रों और गौशालाओं में भी शत प्रतिशत टीकाकरण किया जाय।
कंसोटिया ने पत्र में पशु चिकित्सा संस्थाओं में संधारित पंजी में टीकाकरण की जानकारी के साथ ग्राम पशुपालक का नाम पशु का प्रकार टेगिंगनंबर दिनांक एवं पशुपालकों के मोबाईल नंबर लिखने के निर्देश दिए हैं। टीकाकृत पशुओं की पृथक पहचान के लिए। सुझाया है कि ऐसे पशुओं सींग पीले रंग के आईलपेंट सेन चिन्हांकित किया जाय।
अपर मुख्य सचिव ने पशुपालन विभाग के संभागीय संयुक्त और जिला उपसंलकों क्षेतरों में नियमित दौरा निरीक्षण के साथ ही टीकाकरण के सत्यापन की हिदायत दी है। विभाग में पशुचिकितसा संस्थाओं में क्षेत्र अधिकारियों की कमी को भांपते हुए पत्र में उन्होंने टीकाकरण का्र्य में सामाजिक संस्थाओं एनजीओ स्व सहायता समूहों का सहयोग देने की आवश्यकता प्रतिपादित की है।
प्रभावित जिलों के कर्मचारियों का अवकाश प्रतिबंधित
अपर मुख्य सचिव का पत्र जारी होने के बाद संचालक पशुपालन डा आरके मेहिया ने प्रभावित जिलों के विभाग में पदस्थ सभी शासकीय सेवकों के अवकाश प्रतिबंधित कर दिए हैं।
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