किसान दिवस मतलब भारत के पांचवें प्रधानमंत्री
किसान दिवस पर विशेष....
डॉ. अनवर खान.
भारत में राष्ट्रीय किसान दिवस हर साल 23 दिसंबर को मनाया जाता है। यह भारत के पांचवें प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के जन्म पर जो एक किसान नेता के अलावा जिन्होंने भारतीय किसानों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए कई नीतियों की शुरुआत की।
चौधरी चरण सिंह की जयंती पर मनाया जाने वाला राष्ट्रीय किसान दिवस हमें अन्नदाता के योगदान को याद करने का अवसर है। चौधरी साहेब का किसानों को देश का केंद्र बिंदू बनाने में अहम योगदान रहा है।
किसान देश की रीढ़ है और उनका सम्मान करना हमारी जिम्मेदारी है। देश का हर व्यक्ति किसी न किसी तरह अन्नदाता पर निर्भर है। दिन रात बारिश धूप गरमी सब सहकर किसान अनाज उगाता है। इस कारण आज देश में अन्न का विपुल भण्डारण है।
भारत में राष्ट्रीय किसान दिवस पर विभिन्न कार्यक्रम वाद विवाद संगोष्ठी प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता एं और चर्चाओं कार्यशालाओं प्रदर्शनियों निबंध लेखन प्रतियोगिएं आयोजित किए जाते हैं। राजधानी भोपाल में गांधी भवन में 23 से 25 दिसंबर तक गांधी जैविक उत्सव कृषि मेला आयोजित किया है जिसमें मप्र छत्तीसगढ़ के जैविक उत्पादक किसान शामिल होकर अपने उत्पाद के स्टाल लगाए। मेले के उद्घाटन अवसर पर पदम श्री पुरस्कार प्राप्त श्री बाबू लाल दहिया जी ने किसानों जैविक खेती पर सारगर्भित उद्बोधन किया। अंत में गांधी भवन के श्री सक्सेना जी ने आभार माना। मंच का संचालन वरिष्ठ पत्रकार साहित्य मनीषी श्री राजेश बादल ने किया।भारत के अलावा संयुक्त राज्य अमेरिका में 12 अक्टूबर घाना में दिसंबर के पहले शुक्रवार नेपाल में हर साल नेपाली कलेंडर के अनुसार एवं जामिया में अगस्त के पहले सोमवार को राष्ट्रीय किसान दिवस मनाने का प्रचलन है। राष्ट्रीय किसान दिवस मनाने वाले जजों में घाना ही एकमात्र देश है जहाँ उनकी प्रथा के आधार पर पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है।


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