जिले में सोयाबीन फसल की सर्वे कराकर मुआवजा देने की मांग
पीएस राजपूत,एमके न्यूज।
हरदा। यह प्रकृति का कैसा संयोग जब रक्षाबंधन के समीप अंदर दिन तक बारिश के अभाव और इल्लीयों के प्रकोप से सोयाबीन से नुकसान होने के बाद अब सितंबर के अंतिम सप्ताह में तेज बारिश ने रही सही फसल को चौपट कर दिया है। वैसे तो सरकार ने किसानों से नुकसान की जानकारी पोर्टल पर डालने की अपील कर अपना पल्ला झाड़ लिया।
ज्ञातवय यह है कि पटवारी मांगों को लेकर एक माह से हड़ताल पर होने जिले में राजस्व का काम प्रभावित हो रहा है। किसानों का कहना है कि सरकार ने तो कह दिया नुकसान की जानकारी पोर्टल पर डाल दें पर पटवारी से सर्वे नहीं होने से जानकारी के अभाव में पोर्टल स्वीकार नहीं कर रहा है। ऐसी स्थिति में किसान पशोपेश में है कि अगले माह चुनाव अधिसूचना लागू हो जाने के बाद सोयाबीन के अभाव में जेब खाली की खाली रह जायेगी। जिसका असर आगामी रबी फसल पर पड़ेगा।
जिले की खिरकिया तो तहसील के किसान यह मान बैठे कि अधिक बारिश ने सोयाबीन को चौपट कर दिया। अब तो पेड़ में फलली में अंकुरण आरंभ हो गया। उन्होंने यहां तक कह दिया कि फसल नुकसान का शीघ्र सर्वे कराया तो आगामी चुनाव का बहिष्कार करेंगे।
इसी तरह टिमरनी और रहटगांव तहसील के किसान दो पहिया रैली निकालकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचे जहां दो घंटे तक अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी करते रहे। बाद में एक प्रतिनिधित्व ने कलेक्टर श्री ऋषि कुमार गर्ग को ग्यारह सूतरीय ज्ञापन सौंपा जिसमें मुख्य रूप से सर्वे किसानों को मुआवजा के साथ अन्य किसान हितैषी मांग शामिल हैं।
No comments