गांधी जयंति पर विशेष: हरदा को हृदय नगर की देन है महात्मा गांधी
पीएस राजपूत
हरदा। एमके न्यूज। मध्य प्रदेश का हरदा शहर अनेक मामलों में खास है। इस जिले को भुआना क्षेत्र के साथ दर असल ८ दिसंबर १९३३ में महात्मा गांधी हरिजन कल्याण के लिए हरदा का दौरा किया था। अपनी यात्रा के समय रहवासियों की आत्मीयता और संस्कृति के कारण हरदा को हृदय नगर घोषित किया था। यह सुखना की माटी की सोंधी सोंधी इस क्षेतर के लोगों। में समावेश है। इस दौरान लोगों ने आजादी के आंदोलन के लिए बापू को मानपत्र के साथ 1633 रुपये पंद्रह आने की रैली भेंट की थी। हरदा के प्रोफेसर महेश दत्त महात्मा गांधी से बहुत निकटता से जुड़े थे।
महात्मा गांधी ने हरदा प्रवास के दौरान वर्तमान हरिजन छात्रावास के परिसर में चरखा चलाकर विश्राम भी किया था। स्वतंत्रता के बाद हरदा घंटाघर गांधी चौक पर रामप्रसाद नामक व्यक्ति ने काफी अरसे तक भुआना की जनता को गांधी का स्मरण कराया रहा। रामप्रसाद कुछ हद तक गांधीजी का हमशक्ल था।
मध्यप्रदेश में गांधीजी दस बार आए
1 इंदौर में 28 मार्च 1918
2 रायपुर 20-21 दिसंबर
3 छिंदवाड़ा 6 जनवरी 1921
4 सिवनी जबलपुर 20-21 मार्च 1921
5 खंडवा म ई 1921
6 भोपाल सांची सितंबर 1929
7 -22 नवंबर से 8 दिसंबर 1933 में हरदा सहित अनेक स्थानों पर
8- इंदौर 20 अप्रैल 1925
9- जबलपुर भेड़ाघाट फरवरी1941
10- जबलपुर 27 अप्रैल 1942
इस प्रकार सबसे अधिक गांधीजी जबलपुर में तीन इंदौर में दो बार आए।
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