भोपाल: जब्बार की अम्मा को नारायण की भाभी समझ श्मशान घाट में जला दिया
भोपाल के हमीदिया अस्पताल कि शर्मसार करने वाली घटना सामने आई
जब्बार की मां का शव नारायण को सौंपा ,नारायण की भाभी का शव जब्बार ने किया लेने से इनकार
महिला शवों की अदला-बदली, दफनाने वाले शव को शमशान में जलाया दिया
www. mehnatkashkisan.com
एमके न्यूज़,भोपाल
भोपाल: मध्य प्रदेश का प्रसिद्ध हमीदिया अस्पताल इन दोनों लापरवाही का अड्डा बना हुआ है। जहां इलाज के दौरान घोर अनियमितताएं तो हो रही है। साथ - साथ कोरोना में हो रही मौतों के कारण भी भारी लापरवाही देखी जा रही है। मर्चुरी के अंदर शवों की अदला बदली हो गई। जिसको लेकर आज विवाद की स्थिति निर्मित हुई। मौके पर पुलिस को आना पड़ा परंतु मामला अभी भी पेचीदा बना हुआ है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कोरोना के दौरान नारायण की भाभी एवं जब्बार की मां का निधन हो गया था। दोनों के शव शवग्रह में रखे गए और मर्चरी से नारायण को भाभी का नाम शीला बाई लिखा हुआ दिखाया गया परंतु कुछ देर बाद यह शव दिया गया। वह जब्बार की मां का था। नारायण उसे श्मशान घाट ले गया और उसका अंतिम संस्कार कर दिया। अंतिम संस्कार करने के बाद हमीदिया अस्पताल से फोन पहुंचा कि शव की अदला बदली हो गई है। शव को वापस लेकर आइए ।तब नारायण ने हमीदिया अस्पताल में डॉक्टर को सूचना दी कि वह तो अपनी भाभी का अंतिम संस्कार कर चुका है परंतु वह उसकी भाभी ना होकर जब्बार की मां थी। जब उसके भांजे को डेडबॉडी देने के लिए बुलाया गया तो उन्होंने देखा कि उनकी मां नहीं है परंतु उनको बताया गया कि उनकी यही मां है तो उन्होंने शव को लेने से इनकार कर दिया क्योंकि वह शव शीला बाई का था। इस कारण विवाद की स्थिति बनी रही।
मौके पर पुलिस आई। मामला अभी भी पेचीदा बना हुआ है परंतु इतनी घोर अनियमितता और लापरवाही हमीदिया के अंदर की गई। जिसे लेकर प्रशासन को कड़ी कार्रवाई करना चाहिए ऐसा पीड़ित परिजनों का कहना है। वही नारायण का कहना है कि हमें धोखे में रखकर शव दिया गया। अंतिम संस्कार कर दिया। वहीं जब्बार का कहना है कि हमारी मां को कब्रिस्तान में सुपुर्द ए खाक करना था। उसे श्मशान घाट में जला दिया गया। जो हमारे धर्म के विपरीत है। विवाद समाचार लिखे जाने तक जारी था।
No comments