कैचमेंट को लेकर टी एन सी पी सुनवाई में किसानों द्वारा नारेबाजी एवं रोष प्रकट
सेकडो की संख्या में किसान टीएनसीपी कार्यालय पहुंचे
भोपाल. बैरागढ़ से फंदा तक इंदौर रोड को कैचमेंट में डालने पर सभी ने वहां पर सुनवाई के दौरान आपत्ति जताई एवं अपना रोष प्रकट किया उल्लेखनीय है कि बैरागढ़ से लेकर फंदा तक रोड के दाएं तरफ जबरन कैचमेंट लगा दिया गया है.
बिना किसी पूर्व सूचना एवं नोटिफिकेशन के कृषि भूमियों को कैचमेंट में डाल दिया गया है एवं बैरागढ़ से बाईपास तक वार्ड नंबर 3 लगता है जो कि शहरी क्षेत्र में आता है यहां पर cz- 1 केचमेंट एरिया बढ़ाकर 300 मीटर किया गया है जबकि प्रारूप में शहरी क्षेत्र में 50 मीटर है सभी की मांग रोड के एक बाएं तरफ पूर्व अनुसार कैचमेंट रखा जाए दाएं तरफ से संपूर्ण कैचमेंट हटाकर भूमियों पर परमिशन मिले ऐसी व्यवस्था की जाए यह मांग की गई है ।
मनोहर सिंह ठाकुर संयोजक भारतीय किसान संघ एवं किसान मजदूर अधिकार संगठन के अनुसार बिना मुआवजा दिए जमीनों को डिग्रेड किया जाना उनका स्तर गिराना कहां तक उचित है । किसानों का कहना है केचमेंट लग जाने से किसान अपनी जमीन पर फसल रखने एवं जानवर रखने के लिए एक झोपड़ी बच्चों को रहने के लिए छोटा सा मकान तक नहीं बना सकते हैं सब अवैध हो जाएगा निवेदन किया कि मानवता के आधार पर और 2020 मास्टर प्लान में तलाब का दायरा जो था वही रखा जाए । किसानों ने उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी है
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